आधुनिक भौतिकी के जनक ब्रिटिश गणितज्ञ, भौतिक विज्ञानी और खगोलशास्त्री सर आइजक न्यूटन को माना जाता है। भौतिकी के क्षेत्र में उनका योगदान विशाल और दूरगामी था।
भौतिकी में न्यूटन के सबसे प्रसिद्ध योगदानों में से एक उनके गति के नियम थे, जो उन मूलभूत सिद्धांतों का वर्णन करते हैं जो अंतरिक्ष में वस्तुओं की गति को नियंत्रित करते हैं।
1687 में न्यूटन के प्रिंसिपिया मैथेमेटिका को में प्रकाशित किया गया था। न्यूटन कहते हैं कि एक वस्तु स्थिर या एक सीधी रेखा में समान गति में तब तक रहेगी जब तक कि बाहरी बल द्वारा कार्य नहीं किया जाता है और यह कि किसी वस्तु के संवेग में परिवर्तन की दर उस पर लगाए गए बल के समानुपाती होती है।
भौतिकी में न्यूटन का एक अन्य प्रमुख योगदान उनका गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत था, जिसे उन्होंने हमारे सौर मंडल में ग्रहों की गति को देखने के बाद विकसित किया था।
इन महत्वपूर्ण सिद्धांतों के अलावा, न्यूटन ने प्रकाशिकी और प्रकाश में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, और उन्होंने पहला परावर्तक दूरदर्शी विकसित किया था।
न्यूटन ने कैलकुलस के क्षेत्र में भी अग्रणी थे, उन्होंने एक ऐसा गणितीय ढाँचा विकसित किया जिसने उन्हें वस्तुओं की गति को बढ़ती सटीकता के साथ वर्णित करने की अनुमति दी।
भौतिकी के क्षेत्र में न्यूटन के काम ने भौतिक दुनिया की हमारी समझ में क्रांति ला दी, और उन्हें व्यापक रूप से इतिहास के सबसे प्रभावशाली वैज्ञानिकों में से एक माना जाता है। उनके विचार और खोज आज भी वैज्ञानिक अनुसंधान और पूछताछ को प्रेरित और सूचित करते हैं।